Moral Stories for Kids in Hindi- “अंधकार”

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यह कहानी हैं सूर्य और अंधकार की जो एक दुसरे के विरोधी बने हुए हैं|

Moral Stories for Kids in Hindi- "अंधकार"


मित्रों! यह एक ऐसा Website है, जहां हम रोज Moral Stories for Kids in Hindi Share करते हैं
! जो व्यक्ति को एक नैतिक सीख देती है और जीने की कला सिखाती है|

दोस्तों इसमें प्रेषित सभी Moral Stories पाश्चात्य काल के किसी न किसी दैनिक जीवन में घटित घटना से संबंधित है! या फिर लोगों द्वारा कथित तौर पर कही गई है| जो आज निश्चित तौर पर हमारे दैनिक जीवन में घटित होती है!

So Friends! Today’s our

INTERESTING MORAL STORY

अंधकार

एक बार अंधकार ने भगवान से शिकायत की कि सूर्य मेरे पीछे पड़ा रहता है। मैं जहां भी जाता हूं, वह मेरे पीछे पीछे आता है और मुझे वहां से भागना पड़ता है| मैंने उनका कुछ भी तो नहीं बिगाड़ा, पर फिर भी वह मुझे परेशान करता रहता है|

Lard Vishnu to Darkness sharing the problem

आप उससे पूछें कि ऐसा क्यों करता है? आप मुझे न्याय दीजिए|

भगवान ने सूर्य को बुलाया और पूछा: “तुम अंधकार को क्यों परेशान करते हो? क्यों उसके पीछे पड़े हो? जिसकी वजह से उसे भागना पड़ता है|

Short Moral Stories in Hindi for Kids

सूर्य ने कहा: भगवन! मैंने तो उसे आज तक देखा ही नहीं| कभी मुलाकात भी नहीं हुई है, फिर भी यदि कहीं मेरी गलती है, तो आप उसे बुलाये मैं माफी मांगने को तैयार हूं|

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यह है धीर गंभीर महापुरुष की पहचान, ऐसा होता है बड़प्पन, और आज तक अंधकार और सूर्य का मिलाप नहीं हो सका| संभव ही नहीं है|

Moral:

  • “अच्छा काम करते रहो कोई सम्मान करे या न करे, सूर्योदय तब भी होता है जब करोड़ों लोग सोये होते है।”

धन्यवाद!

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